अमुआ के डारि चढ़ी बोले रे कोयलिया, धिया के जनम जुनी दै,
कठिन सेनुरक लाज हो विधाता, धिया के जनम जुनी दै,
धिया के जनम जों दियह हे विधाता, निर्धन कुली जुनी दै,
निर्धन कुल जों दियह हे विधाता, पुरुख मुरुख जुनी दै.....
Maithili Film Senurak Laaj सेनुरक लाज
Maithili Film Senurak Laaj सेनुरक लाज
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